उत्तर प्रदेश की भर्ती प्रक्रिया पर उठे सवाल
शिकोहाबाद की जेएस यूनिवर्सिटी से जुड़ा एक बड़ा घोटाला सामने आया है, जिसमें फिजिकल टीचर (PTI) पदों पर भर्ती के लिए 203 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया, लेकिन एसओजी (SOG) की जांच में 202 की डिग्रियां फर्जी निकलीं। केवल एक अभ्यर्थी, कुलराज सिंह पुत्र प्रेम सिंह, की डिग्री वैध पाई गई।
(फोटो जे एस यूनिवर्सिटी वेबसाइट से)
एसओजी के एएसपी धर्माराम गिला ने यूनिवर्सिटी का सर्वर खंगाला तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। यूनिवर्सिटी को एक सत्र में सिर्फ 100 सीटों की मान्यता है, लेकिन 2082 लोगों ने उसी यूनिवर्सिटी की डिग्री लगाकर भर्ती में आवेदन किया।
25 ने कोर्स किसी और संस्थान से किया, लेकिन मार्कशीट जेएस यूनिवर्सिटी की लगाई।
26 ने अलग-अलग सत्रों की फर्जी डिग्रियां जमा कीं।
9 ने पूरी नकली मार्कशीट बनवाई।
43 की मार्कशीट परीक्षा के बाद छपी, जिससे साफ हुआ कि डिग्री असली नहीं थी।
जांच में पाया गया कि कई दलालों ने अभ्यर्थियों को फर्जी मार्कशीटें बनवाकर बेचीं। यूनिवर्सिटी के सर्वर से डिग्री प्रिंटिंग का बैकअप डेटा भी जब्त किया गया जिसमें पूरे घोटाले का कच्चा-चिट्ठा मिला।
एसओजी अब यूनिवर्सिटी प्रशासन और 165 अभ्यर्थियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की तैयारी में है।
37 लोगों पर पहले ही केस दर्ज हो चुका है।
यह तय माना जा रहा है कि जल्द ही कई टीचरों की नौकरी जा सकती है।
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