देहरादून। उत्तराखण्ड एसटीएफ की साइबर क्राइम पुलिस टीम ने देशभर में ऑनलाइन साइबर ठगी करने वाले एक अंतर्राष्ट्रीय गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए गिरोह के मास्टर माइंड हर विलास नंदी को छत्तीसगढ़ के भिलाई से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी लंबे समय से पुलिस की गिरफ्त से बचने के लिए नक्सली क्षेत्र दंतेवाड़ा में छिपा हुआ था, लेकिन पुलिस की सतर्कता से वह गिरफ्तार हो गया।
यह गिरोह वर्ष 2024 में सेना से सेवानिवृत्त एक सुबेदार मेजर को फर्जी विदेशी निवेश कंपनी APOLLO INDIA PRIVATE EQUTTY (IV) (MAURITIUS) LTD. में ट्रेडिंग के नाम पर 34 लाख 17 हजार रुपये की ठगी कर चुका था। जांच में सामने आया कि मास्टर माइंड ने 10 साल तक दुबई में रहकर कई फर्जी ऑनलाइन निवेश योजनाएं चलाईं। आरोपी का बैंक खाता फिलीपींस से ऑपरेट होता था और ठगी का पैसा दुबई में निकाला जाता था।
सिर्फ एक माह में आरोपी के बैंक खाते में 3 करोड़ 46 लाख रुपये से अधिक का लेन-देन हुआ। गृह मंत्रालय के NCRP पोर्टल पर आरोपी के खिलाफ पूरे देश में 37 शिकायतें दर्ज मिलीं।
गिरफ्तारी के दौरान आरोपी से UAE, ओमान और अमेरिका की विदेशी मुद्रा, UAE का रेजिडेंशियल कार्ड, आधार कार्ड, पैन कार्ड, एटीएम कार्ड और वीवो मोबाइल फोन बरामद हुआ।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ उत्तराखण्ड, श्री नवनीत सिंह ने बताया कि साइबर अपराधी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और फर्जी ऐप्स के जरिए विदेशी निवेश का लालच देकर लोगों से करोड़ों की ठगी कर रहे हैं। उन्होंने जनता से अपील की कि किसी भी प्रकार के ऑनलाइन निवेश, फ्रेंचाइजी, टिकट बुकिंग या धन दोगुना करने के लालच में न आएं और संदिग्ध मामलों में तुरंत साइबर क्राइम पुलिस या 1930 नंबर पर संपर्क करें।
पुलिस टीम – उपनिरीक्षक राजेश ध्यानी, उपनिरीक्षक हिम्मत सिंह
बरामदगी – विदेशी मुद्रा, UAE रेजिडेंशियल कार्ड, आधार कार्ड, पैन कार्ड, एटीएम कार्ड, मोबाइल फोन
अभियुक्त – हर विलास नंदी (35 वर्ष), निवासी भिलाई, छत्तीसगढ़
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