देश की सेवा में अपने प्राणों की आहुति देने वाले मेरठ के लाल अग्निवीर ललित सिंह जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले के कृष्णा घाटी सेक्टर में लैंड माइंस ब्लास्ट में शहीद हो गए। 7 जाट रेजिमेंट में तैनात 20 वर्षीय ललित सिंह 'एरिया डोमिनेशन पेट्रोल' पर तैनात थे, जब अचानक हुए धमाके में वह वीरगति को प्राप्त हो गए। इस हादसे में दो अन्य जवान भी घायल हुए हैं।
गांव में पसरा मातम, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
मेरठ के जानी थाना क्षेत्र के पस्तरा गांव निवासी ललित सिंह की शहादत की खबर जैसे ही गांव पहुंची, पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। उनके घर पर लोगों का तांता लग गया और गांव में मातमी सन्नाटा छा गया। ललित तीन भाइयों में सबसे छोटे थे और करीब डेढ़ साल पहले अग्निवीर योजना के तहत सेना में भर्ती हुए थे।
तिरंगे में लिपटकर लौटे ललित, गांव को गर्व और ग़म साथ मिला
ललित सिंह के पार्थिव शरीर को जम्मू के सतवारी सैन्य स्टेशन पर आयोजित श्रद्धांजलि समारोह के बाद उनके पैतृक गांव लाया गया। समारोह में व्हाइट नाइट कॉर्प्स के चीफ ऑफ स्टाफ मेजर जनरल शैलेन्द्र सिंह समेत कई सैन्य व प्रशासनिक अधिकारियों ने उन्हें नम आंखों से श्रद्धांजलि दी।
“देश के लिए कुछ बड़ा करना है” — आखिरी सपना अधूरा रह गया
ललित सिंह के मित्र विक्रांत ने बताया कि वह हमेशा देश के लिए कुछ बड़ा करने की बात करता था। उनके पिता राजपाल सिंह गहरे दुख में हैं, लेकिन बेटे की शहादत पर उन्हें गर्व भी है। गांव के लोग ललित को अनुशासित, ईमानदार और देशभक्त जवान के रूप में याद कर रहे हैं।
Active Hindi News की ओर से वीर शहीद ललित सिंह को भावभीनी श्रद्धांजलि।
उनकी वीरगाथा आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी रहेगी।
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