देहरादून। राज्य में कुट्टू के आटे की शुद्धता को लेकर चल रही जांच में एक बड़ा खुलासा हुआ है। स्वास्थ्य सचिव एवं आयुक्त खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन डॉ. आर. राजेश कुमार ने जानकारी दी है कि जांच में कुट्टू के आटे के छह नमूने मानकों के अनुरूप नहीं पाए गए हैं। इन नमूनों में फंगस और मायकोटॉक्सिन की मौजूदगी की पुष्टि हुई है, जो सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकती है।Photo AI Generated
सघन निरीक्षण के बाद हुई कार्रवाई
राज्य में चलाए गए खाद्य सुरक्षा अभियान के अंतर्गत विभिन्न जिलों में गहन निरीक्षण किया गया। इस दौरान कई जगहों से कुट्टू के आटे के नमूने एकत्र कर उन्हें रुद्रपुर स्थित राज्य खाद्य एवं औषधि परीक्षण प्रयोगशाला में भेजा गया था। जांच रिपोर्ट के अनुसार, देहरादून के विकासनगर स्थित मैसर्स लक्ष्मी ट्रेडिंग कंपनी से लिए गए एक नमूने में कीट और फंगस पाए गए हैं।
सहारनपुर का चक्की मालिक फरार, पुलिस जांच में जुटी
इस बीच, सहारनपुर के मोरगंज बाजार में स्थित एक चक्की (खुदरा दुकान) का नाम इस मामले में प्रमुखता से सामने आया है। जानकारी के अनुसार, सब्जी मंडी के पास स्थित यह चक्की किराये पर चलाई जा रही थी, जबकि इसका वास्तविक मालिक किसी सरकारी विभाग में कार्यरत है। सूत्रों के अनुसार, देहरादून पुलिस अब इस पूरे मामले की गहराई से पड़ताल कर रही है और असली दोषियों तक पहुंचने का प्रयास कर रही है।
खाद्य सुरक्षा को लेकर सख्ती जारी
इस मामले के प्रकाश में आने के बाद, खाद्य सुरक्षा विभाग ने पूरे राज्य में आटा मिलों और खुदरा विक्रेताओं की व्यापक जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि मिलावट करने वालों और खराब गुणवत्ता वाले खाद्य पदार्थ बेचने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी, ताकि खाद्य सामग्री की गुणवत्ता को सुनिश्चित किया जा सके।
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