सहारनपुर। जिले में सड़क सुरक्षा को लेकर एक बड़ी लापरवाही उजागर हुई है। यह मामला गंदेवड़-हथिनीकुंड बैराज मार्ग से जुड़ा है, जो हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश को जोड़ने वाला एक महत्वपूर्ण मार्ग है। आरोप है कि लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) ने इस सड़क के सुरक्षा कार्यों को अधूरा छोड़कर शासन को भ्रामक और त्रुटिपूर्ण रिपोर्ट भेजी, जिससे नाराज होकर शासन ने मंडलायुक्त को जांच के आदेश जारी किए हैं।
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बताया जा रहा है कि इस सड़क पर लगातार बढ़ रही दुर्घटनाओं को देखते हुए 3.63 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत किया गया था। लेकिन पीडब्ल्यूडी निर्माण खंड ने काम अधूरा छोड़कर रिपोर्ट में इसे पूरा दिखा दिया और अतिरिक्त 1.67 करोड़ रुपये की मांग कर दी। इसके अलावा, विभाग ने 14.8 किलोमीटर लंबे इस मार्ग को अन्य जिला मार्ग (ओडीआर) बताया, जबकि रिपोर्ट में प्रस्तुत की गई तस्वीरों में इसे मुख्य जिला मार्ग (एमडीआर) दिखाया गया। इस गड़बड़ी का खुलासा होने पर शासन ने तुरंत हस्तक्षेप करते हुए बची हुई धनराशि रोक दी और मामले की गहन जांच के निर्देश दिए हैं।
अब इस पूरे मामले की जांच मंडलायुक्त करेंगे, जिससे यह साफ होगा कि सड़क सुरक्षा कार्य में हुई अनियमितताओं के लिए कौन जिम्मेदार है।
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बताया जा रहा है कि इस सड़क पर लगातार बढ़ रही दुर्घटनाओं को देखते हुए 3.63 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत किया गया था। लेकिन पीडब्ल्यूडी निर्माण खंड ने काम अधूरा छोड़कर रिपोर्ट में इसे पूरा दिखा दिया और अतिरिक्त 1.67 करोड़ रुपये की मांग कर दी। इसके अलावा, विभाग ने 14.8 किलोमीटर लंबे इस मार्ग को अन्य जिला मार्ग (ओडीआर) बताया, जबकि रिपोर्ट में प्रस्तुत की गई तस्वीरों में इसे मुख्य जिला मार्ग (एमडीआर) दिखाया गया। इस गड़बड़ी का खुलासा होने पर शासन ने तुरंत हस्तक्षेप करते हुए बची हुई धनराशि रोक दी और मामले की गहन जांच के निर्देश दिए हैं।
अब इस पूरे मामले की जांच मंडलायुक्त करेंगे, जिससे यह साफ होगा कि सड़क सुरक्षा कार्य में हुई अनियमितताओं के लिए कौन जिम्मेदार है।
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