पंजाब और हरियाणा को जोड़ने वाला शंभू बॉर्डर 13 महीने बाद आखिरकार खोल दिया गया है। किसानों के आंदोलन के चलते इस बॉर्डर को जनवरी 2024 से सील कर दिया गया था। खनौरी बॉर्डर से भी पुलिस ने बैरिकेडिंग हटा दी है, जिससे अब दोनों राज्यों के बीच यातायात सुचारू रूप से शुरू हो गया है।
5 जगहों पर किसानों और पुलिस में झड़प
हालांकि, पंजाब में बॉर्डर खोलने के दौरान 5 जगहों पर किसानों और पुलिस के बीच झड़प की खबरें सामने आई हैं। कुछ स्थानों पर किसान और सुरक्षाकर्मी आमने-सामने आ गए, जिससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई।
क्यों हुआ था शंभू बॉर्डर सील?
किसानों की ओर से नई MSP गारंटी कानून और कर्ज माफी सहित कई मांगों को लेकर आंदोलन किया जा रहा था।
जनवरी 2024 में सरकार और किसानों के बीच बातचीत विफल होने के बाद पुलिस ने बॉर्डर सील कर दिया था।
इस दौरान भारी बैरिकेडिंग, सीमेंट के ब्लॉक और कीलें लगाई गई थीं, जिससे वाहनों की आवाजाही बंद हो गई थी।
क्या बोले किसान नेता?
किसान संगठनों ने बॉर्डर खुलने को आंदोलन की सफलता बताया है। संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं ने कहा कि "हमारी लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है। जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं होतीं, हम संघर्ष जारी रखेंगे।"
अब क्या होगा?
शंभू बॉर्डर खुलने के बाद अब दिल्ली-चंडीगढ़ हाईवे पर यातायात सामान्य हो गया है। हालांकि, किसान संगठनों ने साफ कर दिया है कि अगर उनकी मांगे नहीं मानी गईं, तो वे दोबारा आंदोलन करने के लिए तैयार हैं।
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